देहरादून, 4 अगस्त 2025। 2013 में केदारनाथ में आई भीषण आपदा को एक दशक से ज्यादा वक्त बीत चुका है, लेकिन उस त्रासदी में लापता हुए हजारों लोगों का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। अब एक बार फिर सरकार ने सर्च अभियान शुरू करने की तैयारी कर ली है। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार इस साल फिर से खोजी टीमें केदारनाथ और उसके आसपास के दुर्गम इलाकों में भेजी जाएंगी।

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उत्तराखंड हाईकोर्ट में दायर एक याचिका में सरकार से अनुरोध किया गया है कि वह लापता लोगों के कंकालों की खोज कर उनका सम्मानजनक अंतिम संस्कार सुनिश्चित करे। इस पर हाईकोर्ट ने पूर्व में 2016 और 2019 में निर्देश भी जारी किए थे। अब सरकार कोर्ट में रिपोर्ट पेश करने की तैयारी कर रही है।

आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने जानकारी दी कि अब तक सरकार चार बार सर्च टीमें भेज चुकी है। नवंबर 2024 में भी 10 टीमें विभिन्न पैदल मार्गों पर रवाना की गई थीं, लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली थी।

2020 में मिले थे 703 नरकंकाल

आपदा के सात साल बाद 2020 में एक खोजी अभियान के दौरान चट्टी और गोमुखी क्षेत्र से 703 नरकंकाल बरामद हुए थे। इससे पहले 2014 में 21 और 2016 में 9 कंकाल मिले थे। इन कंकालों के DNA परीक्षण के जरिए परिजनों की पहचान की कोशिश की गई, लेकिन सफलता सीमित रही।

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