नई दिल्ली। देशभर में मानसून ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने रविवार को पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश और गुजरात में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं उत्तराखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, सौराष्ट्र-कच्छ, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण-गोवा, कर्नाटक, केरल, असम, मेघालय, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

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उत्तराखंड: चारधाम यात्रा पर असर

शनिवार रात से हो रही भारी बारिश के चलते रुद्रप्रयाग में हालात बिगड़ गए हैं। गौरीकुंड से केदारनाथ जाने वाला मार्ग पहाड़ी से गिरे भारी पत्थरों के कारण बंद हो गया है। प्रशासन ने अब तक 1600 से ज्यादा तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला है, जबकि करीब 700 यात्रियों को निकालने का अभियान अभी भी जारी है।

ओडिशा: नदियां खतरे के निशान से ऊपर

ओडिशा सरकार ने बालासोर, भद्रक और जाजपुर जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। जलाका, बैतरणी और सुवर्णरेखा जैसी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। प्रशासन ने निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।

केरल-कर्नाटक: समुद्री तूफान का खतरा

दक्षिण भारत के तटीय राज्यों में भी मौसम बिगड़ रहा है। केरल में अगले पांच दिन तक बारिश जारी रहने की संभावना है। साथ ही रविवार तक 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। समुद्र में उठ रही तेज लहरों के चलते 30 जुलाई तक केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप तटों पर मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है।

हिमाचल प्रदेश: पहाड़ी जिलों में खतरे की घंटी

हिमाचल प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, मंडी और कुल्लू जिलों में भी 29 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पहाड़ों में भूस्खलन और नदी-नालों के उफान की आशंका को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की अपील की गई है।

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