पटना। राजद में एक बार फिर पुराने दौर की वापसी देखने को मिली है। लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के मुख्यमंत्रित्व काल में लंबे समय तक ‘सुपर सीएम’ की भूमिका निभाने वाले पूर्व सांसद डॉ. रंजन प्रसाद यादव की पार्टी में वापसी हुई है। मंगलवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने उन्हें पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य नियुक्त किया। इसकी औपचारिक घोषणा पार्टी की ओर से कर दी गई है।

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राष्ट्रीय कार्यकारिणी राजद की सबसे अहम और निर्णायक इकाई मानी जाती है। डॉ. रंजन प्रसाद यादव की नियुक्ति को पार्टी में उनकी पुनर्स्थापना के रूप में देखा जा रहा है।

डॉ. यादव का राजनीतिक कद लालू-राबड़ी शासनकाल (1990-2005) के दौरान काफी ऊंचा रहा। उस दौर में, जब लालू और बाद में राबड़ी बिहार के मुख्यमंत्री थे, तब शुरुआती 7-8 वर्षों तक रंजन यादव को ‘सुपर सीएम’ माना जाता था। कई अहम प्रशासनिक फैसले और नियुक्तियां उन्हीं की देखरेख में हुआ करती थीं।

वे अघोषित रूप से शिक्षा विभाग के प्रमुख नीति निर्धारक माने जाते थे। उनकी कार्यशैली और राजनीतिक पकड़ के चलते उन्हें सत्ता का महत्वपूर्ण स्तंभ माना जाता था।

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