मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। इसे 5.50% पर जस का तस रखा गया है। इसका मतलब है कि लोन महंगे नहीं होंगे और आपकी EMI में भी कोई बढ़ोतरी नहीं होगी।

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यह फैसला मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की 4 से 6 अगस्त तक चली बैठक में लिया गया। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने 6 अगस्त को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि कमेटी के सभी सदस्य ब्याज दरों को स्थिर रखने के पक्ष में थे। टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितता को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

रेपो रेट का मतलब


रेपो रेट वह दर है जिस पर RBI बैंकों को लोन देता है। इसमें बदलाव होने पर बैंकों की ब्याज दरें और EMI सीधे प्रभावित होती हैं। रेपो रेट स्थिर रहने का मतलब है कि फिलहाल ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होगा।

अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत


RBI गवर्नर ने कहा कि मानसून सीजन अच्छा चल रहा है और त्योहारों का मौसम भी नजदीक है, जो आमतौर पर आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाता है। सरकार और रिजर्व बैंक की सहायक नीतियों के साथ यह माहौल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए निकट भविष्य में सकारात्मक संकेत देता है।

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