रायपुर – छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल बटालियन के शासकीय कालोनी में चोरी होने की बड़ी घटना सामने आई है। इस घटना में अज्ञात चोरों के द्वारा कई मकानों को अपना निशाना बनाया है। चोरी की इस घटना के बाद कर्मचारियों के आवासों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगा है वही कमांडेड के नेतृत्व पर भी प्रश्न चिन्ह लग रहा है।
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आपको बता दे राजनंदगांव 8 वीं वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल राज छत्तीसगढ़ बटालियन कर्मचारियों के लिए शासकीय आवास बनाया गया है। इन आवासों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं जहां पर कड़ी निगरानी के साथ सुरक्षा मुहैया कराई गई है जहां आम लोगों का प्रवेश जांच पड़ताल एवं आवश्यक कारण होने के बाद ही प्रवेश दिया जाना संभव होता है वहां पर भी चोरों ने अपना हाथ साफ कर लिया। चोरी की घटना ने सुरक्षा के तमाम दावों की पोल खोल दी है।
घटना दिनांक को बटालियन के आवासीय कॉलोनी में लगे सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें रात के अंधेरे में कुछ संदिग्ध लोग नजर आ रहे है। इतनी कड़ी सुरक्षा के बावजूद रात के अंधेरे में इन लोगों का कालोनी के भीतर प्रवेश करना सुरक्षा में बड़ी चूक एवं लापरवाही को स्पष्ट कर रहा है जिसके लिए जिम्मेदार कौन है? इसकी तहकीकात करने की आवश्यकता है और सुरक्षा में लापरवाही बरतने वालों के ऊपर कारवाई भी किया जाना चाहिए।
सूत्रों की माने तो राजनांदगांव 8 वीं वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की जिम्मेदारी संभाल रहे कमांडेड नेहा पांडे ज्यादातर नदारत रहती है। सूत्रों से यह भी खबर प्राप्त हुई है कि कमांडेंट मेडिकल अवकाश सहित निजी आवश्यक कार्यों से ज्यादा व्यस्त रहती हैं। सूत्रों का यह भी दावा है कि शायद यही कारण है कि सुरक्षा में तैनात कर्मचारी अपने कर्तव्यों के प्रति बेपरवाह है या यूं कहें कि जिम्मेदार अधिकारी की अनुपस्थित होने के कारण सुरक्षा में बड़ी चूक हो रही है। हालांकि हमारे द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की जा रही है और इन बातों में कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है।
अब देखना होगा कि इस पूरे मामले में चूक किससे और कहां पर हुई है और चोरी की घटना को अंजाम देने वाले लोगों के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई होती है, यह तो कार्यवाही होने के बाद ही पता चलेगा