सक्ती – जिले में भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला सामने आया है। नहर लाइनिंग का कार्य कर रहे ठेकेदार और विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से करोड़ों का यह कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है। निर्माण कार्य को पूरा करने में ठेकदार की लापरवाही सामने आई है और अब ठेकेदार द्वारा शेष बचे कार्य में जमकर मिलावटखोरी किया जा रहा है जिसकी जांच होने पर सच्चाई खुद ही सामने आ जाएगी।

मीडिया टीम द्वारा जब मौके पर पहुंचकर कार्य का अवलोकन किया गया तो कार्य को देखने मात्र से ही स्तरहीन कार्य होना स्पष्ट नजर आ रहा है। विभाग द्वारा टेंडर में जारी मटेरियल गुणवत्ता को दरकिनार कर कार्य को कराया जा रहा है। ठेकेदार की मनमानी इतनी है कि कार्य शुरू हुए लगभग एक वर्ष बीत गए हैं फिर भी अभी तक कार्य संबंधी बोर्ड नहीं लगाया गया है।

इस मामले में बिलासपुर निवासी ठेकेदार अग्रवाल का कहना है कि हम लोग बोर्ड नहीं लगते हैं, बोर्ड नहीं लगाने का कारण पूछने पर कैमरे के सामने कुछ कहने से बचने का प्रयास ठेकेदार द्वारा किया गया, वहीं कैमरे के सामने अपना पक्ष रखने के लिए जब मीडिया टीम द्वारा कहा गया तो भी ठेकेदार ने एक सिरे से नकार दिया।

माया का खेला – देवांगन सर करते हैं सभी को मैनेज

इस पूरे मामले में ठेकेदार ने जो बात कही है वह चौंकाने वाली है। ठेकेदार का कहना है कि क्या आप लोगों ने देवांगन सर से बात की है? देवांगन सर ही सभी को मैनेज करते हैं, आप लोगों को भी मैनेज किया जाएगा। इस तरह अधिकारी द्वारा मैनेज करने का जो माया खेल चलाया जा रहा है है और यह माया खेल किस तरह का है? आखिरकार मैनेज करने का जो तरीका है वह किस चीज के लिए है? इस बात का जवाब सिर्फ और सिर्फ देवांगन कर ही बता सकते हैं।

SDO ने नहीं किया कॉल रिसीव

इस पूरे मामले की जानकारी के लिए एसडीओ देवांगन को उनके मोबाइल नंबर से संपर्क किया गया लेकिन अधिकारी द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि एसडीओ साहब फोन उठाना लाजिमी ही नहीं समझते हैं जिसकी कई बार शिकायतें भी हो चुकी है बावजूद एसडीओ की मनमानी अब भी जारी है, ऐसे में जिला प्रशासन को अधिकारी के खिलाफ एक्शन लेने की जरूरत है।

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