नई दिल्ली, 28 जुलाई 2025 — अगर आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) का इस्तेमाल करते हैं और दिनभर में कई बार बैलेंस चेक करते हैं, तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। 1 अगस्त 2025 से नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की ओर से UPI से जुड़े नए नियम लागू किए जा रहे हैं। इन नियमों का सीधा असर आम यूजर्स, बैंकों और मर्चेंट्स पर पड़ेगा।
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क्या हैं नए नियम?
1. बैलेंस चेक की लिमिट तय:
अब UPI ऐप से आप एक दिन में अधिकतम 50 बार ही बैलेंस चेक कर सकेंगे। इससे ज्यादा बार ट्राई करने पर सिस्टम रिस्पॉन्स नहीं देगा।
2. ऑटो-पे ट्रांजैक्शन का नया समय:
अब EMI, सब्सक्रिप्शन या बिल पेमेंट जैसे ऑटो-पे ट्रांजैक्शन पूरे दिन नहीं होंगे, बल्कि ये तय टाइम स्लॉट्स में ही प्रोसेस किए जाएंगे।
3. ट्रांजैक्शन स्टेटस चेक की सीमा:
अगर कोई पेमेंट फंस जाता है, तो उसका स्टेटस केवल 3 बार ही चेक किया जा सकेगा, वो भी हर बार 90 सेकेंड के अंतराल के साथ।
ये बदलाव क्यों किए गए?
NPCI के अनुसार, हाल के महीनों में UPI सिस्टम पर अत्यधिक लोड पड़ने लगा है। खासकर सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे और शाम 5 बजे से रात 9:30 बजे के बीच पीक ऑवर्स में सर्वर स्लो हो जाता है।
मार्च और अप्रैल 2025 में दो बार बड़े आउटेज भी हुए, जिससे करोड़ों यूजर्स को परेशानी हुई। बार-बार बैलेंस और स्टेटस चेक करने से सर्वर पर अनावश्यक दबाव पड़ता है।