कोरबा – जिले में कटघोरा नगर पालिका परिषद अहिरन नदी को दूषित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। पूरे शहर के नालियों का पानी सीधे नदी में बहाया जा रहा है जिसके कारण नदी का पानी पूरी तरह दूषित हो रहा है जिससे नदी के पानी में से दुर्गंध भी फैल रही है। हैरानी वाली बात है कि लोग इस नदी के पानी का आम निस्तारी के लिए लंबे समय से उपयोग करते आ रहे हैं फिर भी नगर पालिका परिषद द्वारा कोई उचित पहल नहीं किया जा रहा है।
आज विश्व पर्यावरण दिवस है। पर्यावरण के प्रति लोगों को सजग करने शासन द्वारा तमाम तरह के कार्यक्रम एवं योजनाएं बन रही है ताकि लोगों को एक स्वच्छ वातावरण मिल सके। इसके अलावा आज के बदलते परिवेश में नए-नए कल कारखाने एवं सड़कों के निर्माण के कारण पेड़ों के कटाव से जो तापमान बढ़ता हुआ नजर आ रहा है उससे भी कैसे निजात मिल सके इसके लिए भी सरकार कटिबद्ध है।
इसके अलावा नदी – नाले के पानी को ज्यादा उपयोगी बनाया जा सके इसके लिए भी सरकार तमाम तरह की प्रयास कर रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा अमृत मिशन योजना के तहत पुराने नदी एवं नालों को अस्तित्व में लाने प्रयास कर रही है ताकि आम लोगों को इसका लाभ मिल सके। लेकिन इस अमृत कल मिशन को भी ठेंगा दिखाने में नगर पालिका परिषद कटघोरा सबसे आगे नजर आ रहा है।
ताजा उदाहरण नगर पालिका परिषद अंतर्गत अहिरन नदी का है, यहां पर नगर पालिका परिषद द्वारा पूरे कॉलोनी के नाली के गंदे पानी को सीधे अहिरन नदी में बहाया जा रहा है। नाली के दुर्गंध युक्त गंदे पानी के कारण अहिरन नदी का पानी पूरी तरह से दूषित हो गया है और अब दुर्गंध भी फैलने लगी है। लोग जिस पानी का उपयोग आम निस्तारी के लिए करते आ रहे हैं उसको भी नगर पालिका परिषद स्वच्छ बनाने में विफल है। ऐसे में आम लोगों के मन में सवाल है कि इस तरह नगर पालिका परिषद द्वारा जो नाले के पानी को सीधे नदी में बहा रही है उस पर किसी भी तरह की कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है?
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इसके अलावा इस मामले को लेकर जनप्रतिनिधियों के भी आवाज पर लोगों ने प्रश्न खड़े करने शुरू कर दिए हैं। लोगों का कहना है कि सामाजिक दायित्व को प्रथम पंक्ति में रखते हुए जन प्रतिनिधि बने पार्षद, विधायक, सांसद एवं नपा अध्यक्ष आखिरकार इस मामले को लेकर क्यों चुप बैठे हैं? इस मामले को लेकर जल्द ही जिला प्रशासन से शिकायत दर्ज कराते हुए उचित कार्रवाई करने की मांग की जाएगी।

स्वच्छ भारत मिशन हुआ फेल
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन नगर पालिका परिषद कटघोरा में पूरी तरह से फेलवर साबित हो रही है, जिस तरह से नदी के पानी को दूषित करने का कार्य किया जा रहा है वह कहीं ना कहीं स्वच्छ भारत मिशन को ठेंगा दिखाने जैसा है। इसके अलावा एक सवाल है कि आखिरकार स्वच्छ भारत मिशन जैसे महत्वपूर्ण योजना की राशि का उपयोग नगर पालिका परिषद में कहां और किस चीज के लिए की जा रही है इसकी भी जांच होने की आवश्यकता है।
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सीएमओ ने कहा – अमृत टू मिशन में होगा काम
इस पूरे मामले में कटघोरा नगर पालिका परिषद सीएमओ ज्ञानकुंज कुलमित्र का कहना है कि यह नाला लगभग 5 वर्ष पूर्व का बना हुआ है। डीटीआर बन रहा है, जल्द ही कार्य कराया जाएगा, रिवर्स ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा तब जाकर उसको बंद करेंगे, अप्रूवल प्रक्रिया में है। पूर्व में शहर में पानी निकासी की समस्या बहुत गंभीर थी जिसके कारण यह कार्य कराया गया है, अमृत टू मिशन में कार्य को पूरा करने के लिए लिया गया है।
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