नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने यमन में मौत की सजा का सामना कर रहीं केरल की नर्स निमिषा प्रिया के मामले की सुनवाई करने पर सहमति जताई है। गुरुवार को हुई सुनवाई में याचिकाकर्ता ने केंद्र सरकार को इस मामले में राजनयिक हस्तक्षेप करने का निर्देश देने की मांग की।
जस्टिस सुधांशु धूलिया और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की बेंच ने कहा कि इस मामले की अगली सुनवाई 14 जुलाई को की जाएगी।
निमिषा प्रिया पर यमन के नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या का आरोप है। यमन की अदालत ने उन्हें मौत की सजा सुनाई थी। पिछले साल यमन के राष्ट्रपति राशद अल-अलीमी ने उनकी फांसी की सजा को मंजूरी दी थी। यमन में 16 जुलाई को निमिषा को फांसी दी जानी है।